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साल का पहला सुपरब्लूमून आज – सारिका घारू
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भोपाल जयहिंद न्यूज़। आज रक्षाबंधन की शाम को और अधिक चमकदार बनाने पूर्णिमा का चंद्रमा सुपरमून के रूप मे दिखने जा रहा है । यह आम पूर्णिमा के चंद्रमा से ज्यादा बड़ा और अधिक चमकदार होगा । इसकी खगोलवैज्ञानिक जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी के चारों ओर अंडाकार पथ में परिक्रमा करता पूर्णिमा का चंद्रमा पास के बिंदु पर होता है तो चंद्रमा बड़ा और चमकदार दिखता है , इसे सुपरमून कहते हैं । आज चंद्रमा 3 लाख 61 हजार 969 किमी की दूरी पर रहते हुये पृथ्वी से नजदीक होगा ।सारिका ने बताया कि चंद्रमा माह में एक दिन पृथ्वी से सबसे दूर होता है इसे अपोजी कहते हैं तो एक दिन पास के बिंदु पर आ जाता है इसे पेरिजी कहते है। आज के इस सुपरमून को ब्लूमून भी नाम दिया गया है क्योंकि 21 जून से 22 सितम्बर के खगोलीय सीजन में पड़ने वाले चार पूर्णिमा में से यह तीसरी पूर्णिमा का चांद है।सारिका ने बताया कि ब्लूमून सिर्फ नामरकण है । चांद का रंग तो बाकी पूर्णिमा की ही तरह होगा । आज चंद्रमा सुबह की स्थिति में श्रवण नक्षत्र में स्थित रहेगा । पूर्णिमा के चंद्रमा के नक
बमनाला में शान से फहराया तिरंगा... सुनील जायसवाल की रिपोर्ट
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सादगी में भी है कोई बात राजेंद्र शुक्ला की : राकेश शर्मा
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मध्य प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला का जन्मदिन है ।एक सहज, सरल और सादगी के धनी राजेंद्र शुक्ला राजनीतिक क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं।कोई भी व्यक्ति जब राजेंद्र शुक्ला से मिलने जाता है उसका स्वागत एक चिर परिचित मुस्कान करती है जो राजेंद्र शुक्ल के चेहरे पर हमेशा बनी रहती है।व्यक्ति को यह विश्वास रहता है कि एक बार राजेंद्र शुक्ला से मुलाकात हो जाए तो जो काम लेकर वह राजेंद्र शुक्ल के पास आया है वह काम जरूर होगा। तुरंत पत्र लिखने के लिए अपने सहयोगी को कहते हैं और जहां जरूरत है वहां तुरंत फोन लगाते हैं, यह खूबी राजेंद्र शुक्ला में है।आज अगर हम विंध्य में विकास की बात करते हैं तो उसका सारा श्रेय राजेंद्र शुक्ला को जाता है अगर आप बहुत दिनों बाद रीवा,सतना जाएंगे तो वहां का विकास देखकर आप आश्चर्य चकित हो जाएंगे। मुझे याद है जब भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्य समिति की बैठक रीवा में हुई थी और उसमें मैं भाग लेने गया था उसके बाद अभी कुछ दिन पूर्व रीवा,सतना जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तो रीवा सतना का कायाकल्प हो चुका था जिसके लिए राजेंद्र शुक्ला निरंतर प्रयास करत