सीएम मोहन की समन्वय की राजनीति भाजपा के लिए बनेगी वरदान

 


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अभी दिल्ली प्रवास पर गए थे ।वहां पर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उन्होंने मुलाकात की ।यह तो सामान्य प्रक्रिया है कि कोई मुख्यमंत्री दिल्ली जाता है तो वहां शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करता है पर इस बात पर आम जनों का ध्यान नहीं गया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जब प्रधानमंत्री से मुलाकात की तो साथ में अपने दोनों उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को भी साथ में लेकर गए, यह एक अच्छी पहल है जिसमें जिम्मेदार नेता द्वय की नजर में अपने मुख्यमंत्री का सम्मान और बढ़ गया होगा।अपने साथियों को साथ लेकर और उनको विश्वास में लेकर अगर किसी मुहिम पर जाया जाता है तो वहां सफलता मिलने की 100% परसेंट गारंटी रहती है ।जो कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी में सामूहिक नेतृत्व है इस घटना से वह सिद्ध हो गया।सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने चाहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की हो या भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की हो सब जगह दोनों उप मुख्यमंत्रियों को उन्होंने अपने साथ रखा। दिल्ली प्रवास के समय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से व्यक्तिगत मुलाकात और केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव लगातार मध्य प्रदेश के समस्त वरिष्ठ नेताओं से समन्वय बनाकर चल रहे हैं। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद उन्होंने वरिष्ठ नेताओं से भेंट मुलाकात की थी। हम लगातार देखते हैं कि वह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गी, प्रहलाद पटेल एवं अन्य मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से लगातार मेल मुलाकात कर रहे हैं। सीएम डॉ मोहन यादव की यह समन्वय की राजनीति का लाभ आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त होगा ।साथ ही सीएम मोहन यादव का सबको साथ लेकर चलना मध्य प्रदेश की तरक्की के नए सोपान प्राप्त करने में बड़ा योगदान होगा ,क्योंकि हर नेता यह सोच रहा है कि सरकार के हर निर्णय में उसकी सहभागिता है। मेल मुलाकात और सम्मान आपसी रिश्तों को और प्रगाढ़ करते हैं। सामूहिक नेतृत्व में जब मध्य प्रदेश भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी तो जो टारगेट 29 में से 29 लोकसभा सीट जीतने का भाजपा बना रही है उसमें सफलता प्राप्त होगी। सामूहिक नेतृत्व और समन्वय यह भारतीय जनता पार्टी की ताकत है और सफलता का फार्मूला जिसे मुख्यमंत्री मोहन यादव और बढ़ाने का काम कर रहे हैं ।सौम्य, सरल एवं सहज मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव धीरे-धीरे अपने निर्णय से मध्य प्रदेश में अपनी एक नई छाप छोड़ रहे हैं। चाहे मध्य प्रदेश के भाजपा द्वारा जारी किए गए संकल्प पत्र को सीएम डॉ मोहन यादव द्वारा प्राथमिकता से लेना और पहली बड़ी प्रशासनिक बैठक में शीर्ष अधिकारियों को निर्देश देना कि भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र को जो मोदी गारंटी के रूप में भाजपा ने चुनाव में जनता के सामने पेश किया था उसके एक-एक संकल्प को जल्दी से जल्दी पूरा करना है उसका रोड मैप बनाया जाए ।कांग्रेस पार्टी और कुछ अति बुद्धिजीवी लगातार प्रदेश में यह माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा सरकार अपने वादों से पीछे हट रही है पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तेंदूपत्ता संग्राहकों  से जो भाजपा ने संकल्प पत्र में वादा किया था उसे पूरा कर कर दिखा दिया ।साथ ही जो योजनाएं चल रही हैं उसके लिए सरकार ने अलग से बजट का प्रावधान कर कर विरोधियों की आवाज बंद कर दी ।संकल्प पत्र को डॉक्टर मोहन यादव ने अपने लिए गीता की संज्ञा दी जैसे जीवन के लिए भगवत गीता महत्वपूर्ण है वैसे ही डॉक्टर मोहन यादव के लिए संकल्प पत्र ।डॉ मोहन यादव संकल्प पत्र के महत्व को समझते हैं क्योंकि संकल्प पत्र के साथ मोदी गारंटी जुड़ी हुई है जिसे पूरा कर एक नई मिसाल वह प्रदेश और अपने नेतृत्व के सामने रखना चाहते हैं । संभाग स्तरों पर एसीएस को जवाबदारी देकर जो सरकार वल्लभ भवन से चलती थी उसे आम जनता के करीब पहुंचा दिया और फील्ड में उतार दिया। जो योजनाएं संभाग स्तर पर चल रही हैं इसकी मॉनीटरिंग के साथ-साथ आने वाले समय के लिए संभाग स्तर पर और क्या जरूरी है और महत्वपूर्ण है इसका खाका यह अधिकारी बनाएंगे। जो सरकार की योजनाएं चल रही हैं, वह आम आदमी तक पहुंचे पहुंचे ,उसकी मॉनिटरिंग पूरी ईमानदारी से होगी साथ ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी संभाग स्तर की जवाबदारी दी गई है जिसमें कानून व्यवस्था और संभाग की मॉनिटरिंग वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाएगी तो बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। यह कदम मध्य प्रदेश के विकास और जनता तक हर योजना को पहुंचाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा साथ ही स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास और जनता की मूलभूत आवश्यकताओं के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से सीधे संपर्क और समन्वय कर पाएंगे। जब इतने बड़े अधिकारी संभाग स्तर पर लगातार मॉनिटरिंग और बैठक करेंगे तो काम में तेजी आएगी क्योंकि छोटे स्तर के अधिकारियों को लगेगा कि लगातार एक नजर उन पर नजर रख रही है ।उज्जैन संभाग में अपने सबसे विश्वासपात्र अधिकारी डॉक्टर राजेश राजौरा को जिम्मेदारी सीएम डॉ मोहन यादव ने दी है ।उज्जैन संभाग की बैठक में सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने और मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी डॉ राजेश राजौरा ने बैठक कर इसकी शुरुआत कर दी। अब स्थानीय स्तर पर बड़े और महत्वपूर्ण निर्णय जो जनता के हित में होंगे वह तुरंत लिए जा सकेंगे साथ ही जनता को और अधिकारियों को बार-बार भोपाल राजधानी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सीएम डॉक्टर मोहन यादव के इस कदम की जनता भूरि- भूरि प्रशंसा कर रही है ।जन हितैषी और प्रदेश के हित में जो तेजी से निर्णय लिए जा रहे है  उसके परिणाम जल्दी ही मध्य प्रदेश में दिखाई देंगे और मध्य प्रदेश देश में नंबर एक का प्रदेश बनेगा। सीएम डॉ मोहन यादव के यह प्रयास प्रदेश वासियों के लिए अमृत बनकर निकल कर आएंगे साथ ही जल्द ही मध्य प्रदेश स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनेगा, यह विश्वास मध्य प्रदेश की जनता को हो रहा है ।भाजपा की डबल इंजन की सरकार प्रदेश के हित में है यह जनता कह रही है। Jaihind News 

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