गुना में हुए बस हादसे में कई मासूमों की जान चली गई। इस हृदय विदारक दुर्घटना के बारे में जिसने सुना उसकी रूह कांप गई। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुना की बस दुर्घटना पर संवेदनशील बयान आया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपनी सब बैठकें और महत्वपूर्ण कामों को छोड़कर गुना पहुंचे। इस बस दुर्घटना की तुरंत जांच के आदेश दिए। साथ ही इस दुर्घटना में घायलों को तुरंत समुचित इलाज मिल सके, उसके लिए प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया और इस दुर्घटना में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिवारों को तुरंत मुआवजे की घोषणा की।साथ ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तुरंत और सख्त कार्रवाई करते हुए आरटीओ एवं सीएमओ को निलंबित किया और कलेक्टर और एसपी को तुरंत हटाया। साथ ही परिवहन आयुक्त के साथ प्रमुख सचिव परिवहन को भी हटा दिया और डिप्टी टीसी को हटाया । इस सख्त कदम की आवश्यकता भी थी। यह कदम आने वाले समय में प्रदेश में एक नजीर रहेगा कि जो भी अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति जवाबदारी से काम नहीं करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। मध्य प्रदेश की जनता को अपना भगवान मानने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने हर उद्बोधन में कहते हैं कि जनता को किसी तरह की असुविधा या तकलीफ नहीं होना चाहिए। गुना दुर्घटना के बाद उन्होंने तुरंत सख्त कदम उठा कर यह संदेश दे दिया है कि पहली प्राथमिकता उनकी प्रदेश की जनता है। इस भीषण दुर्घटना के बाद शासन प्रशासन की पहली प्राथमिकता थी कि घायलों को समुचित और तुरंत इलाज प्राप्त हो सके पर कांग्रेस के नेताओं के द्वारा जो बयानबाजी की गई, यह उसका उचित समय नहीं था। कांग्रेस की नेताओं पर जो आरोप लगता है कि वह लाशों पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं, इस घटनाक्रम के बाद वह सिद्ध हुआ। परिवहन विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई की। इसके बाद मध्य प्रदेश के सबसे काबिल अधिकारी डॉ राजेश राजौरा को परिवहन विभाग की अतिरिक्त जवाबदारी दी। अगर हर अधिकारी और कर्मचारी अपनी जवाबदारी का निर्वहन निष्ठा पूर्वक करें तो ऐसी घटना दुर्घटना से प्रदेश को बचाया जा सकता है और बस में सवार कई सवारियों ने अपनी जो जान गंवाई, उसे रोका जा सकता था। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दे और घायल जल्दी ठीक हों, ऐसी कृपा करें। मुख्यमंत्री और उनकी सरकार घायलों को अच्छे से अच्छा इलाज मिल सके, उसके लिए तुरंत कदम उठा रही है। यह जरूरी भी है और आवश्यक भी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के इस सख्त कदम उठाने पर चारों तरफ उनकी चर्चा हो रही है। साथ ही प्रशासन में भी एक संदेश गया कि गलती करने वालों पर प्रदेश में सख्त और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
टिप्पणियाँ