फिर नजर आया कांग्रेस का बाबा साहब अंबेडकर विरोधी चेहरा : राकेश शर्मा
मध्य प्रदेश की विधानसभा में कांग्रेस पार्टी लगातार दो दिन से हंगामा मचा रही है। हंगामा मचाने की वजह है बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर का चित्र।जिसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने विधानसभा में प्रमुख स्थान पर लगाया। कांग्रेस पार्टी हमेशा से बाबा साहब अंबेडकर की विरोधी रही है। कांग्रेस पार्टी के कारण दो बार लोकसभा का चुनाव बाबा साहब अंबेडकर हारे थे ,तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बाबासाहेब अंबेडकर के खिलाफ प्रचार किया था।कांग्रेस पार्टी उन्हें संविधान सभा का सदस्य भी नहीं बनने देना चाहती थी, तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व में वह हर हथकण्डा अपनाया गया, जिससे बाबा साहब अंबेडकर संविधान सभा के सदस्य नहीं बन पाए। जब बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान नहीं मानने की धमकी दी तब उन्हें संविधान सभा का मजबूरी में कांग्रेस ने सदस्य बनाया। कांग्रेस नेतृत्व को हमेशा से बाबा साहब अंबेडकर की समाज सुधारक वाली छवि से दिक्कत रही है। कांग्रेस नेतृत्व ने बाबा साहब अंबेडकर के अपमान के लिए कोई कसर कभी नहीं छोड़ी। बाबा साहब अंबेडकर को चुनाव हराने वाले काजोलकर को 1970 में कांग्रेस सरकार ने समाज सेवा क्षेत्र में काम करने के नाम पर पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया था। बाबा साहब अंबेडकर से जुड़ी हुई उनकी जन्म भूमि महू हो या शिक्षा भूमि लंदन, दीक्षाभूमि नागपुर, महान निर्माण भूमि दिल्ली और चैतन्य भूमि मुंबई को संरक्षित करने के लिए कभी भी प्रयास नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा इन पांचो तीर्थ स्थान को संरक्षित किया गया एवं वहां नवनिर्माण कर भव्यता प्रदान की गई। भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में इन पांचो तीर्थ को शामिल किया गया। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस नेतृत्व ने बाबा साहब अंबेडकर को जीते जी कभी सम्मान नहीं दिया। भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न कांग्रेस पार्टी ने लंबे समय तक इस देश में राज करने के बावजूद बाबा साहब अंबेडकर को नहीं दिया जबकि 1955 में जवाहरलाल नेहरू को एवं 1971 में इंदिरा गांधी को साथ ही 1991 राजीव गांधी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। कांग्रेस पार्टी ने एक परिवार नेहरू गांधी परिवार को हमेशा इस देश में महिमा मंडित किया ।कांग्रेस कभी भी अन्य किसी वीर सेनानी, देशभक्त, समाज सुधारक के योगदान को देश एवं समाज के सामने नहीं लाई। एक ही परिवार के नाम पर पूरे देश में अस्पतालों, स्टेडियम ,एयरपोर्टों सहित प्रमुख स्थानों के नाम रखे गए ।कांग्रेस पार्टी वह पार्टी जिसका लंबे समय तक देश पर राज रहा दशकों तक बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न से वंचित रखा। 34 वर्ष का लंबा समय लग गया बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न मिलने में। बीपी सिंह की राष्ट्रीय मोर्चा सरकार जो भाजपा के समर्थन से केंद्र की सत्ता में काबिज थी ने बाबा साहब अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। आजादी के बाद लगभग 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया 32 लोगों को जीते जी भारत रत्न और 16 लोगों को मृत्यु पश्चात भारत रत्न दिया गया। उन 16 लोगों में जिन्हें मृत्यु पर्यन्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया उसमें बाबा साहब अंबेडकर भी शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी आज एक चित्र लगने का विरोध नहीं कर रही वह फिर बाबा साहब अंबेडकर का अपमान कर रही है। जो यह कहावत है कि हाथी के दांत खाने के और और दिखाने के और होते हैं वह कांग्रेस पार्टी पर सही बैठती है। चुनाव के समय अनुसूचित जाति और बाबा साहब अंबेडकर की याद कांग्रेस पार्टी को आती है पर जब इन्हें हक देने की बात आती है तो कांग्रेस पार्टी उनके हक में कभी खड़ी नहीं होती। देश में कई नए नेता पैदा हो गए हैं । जो जरा जरा सी बात पर आंदोलन प्रदर्शन करते हैं पर आज कांग्रेस पार्टी बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान कर रही है तो उनके कान में जू नहीं रेंग रही है ना कहीं कोई रावण दिखाई दे रहा है ना उसकी कोई सेना ना ही विपक्ष का कोई दल बाबासाहेब अंबेडकर के पक्ष में अपनी आवाज आज बुलंद कर रहा है। इस पर पूरे समाज को गंभीरता से विचार करना चाहिए और यह सोचना चाहिए कांग्रेस पार्टी कब तक बाबासाहेब अंबेडकर का इसी तरह से विरोध करती रहेगी।
टिप्पणियाँ